0 Part
10 times read
0 Liked
मोल का प्रेम अरे भाई ! दिल लगाऊ में किससे ? भावनाओ को खरीदने की औकात नहीं। आँखे मिलाई थी मैंने जिससे वो सदाचारिता की रखती सोगात नहीं होशो हवास को ...